ग्रामीण सेवा सहकारी समिति जाड़ामुड़ा में फर्जी तरीके से रकबा बढ़ाकर की गई धान खरीदी के मामले में बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। जांच में अनियमितता की पुष्टि होने पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक शिवनाथ पटेल को निलंबित कर दिया गया है।
फर्जी रकबा बढ़ाकर धान खरीदी की पुष्टि
धान खरीदी में अनियमितता की शिकायत के बाद जिला प्रशासन द्वारा जांच टीम गठित की गई थी। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि कुछ किसानों के नाम पर फर्जी रकबा बढ़ाकर धान खरीदी की गई थी, जिससे कृषक उन्नति योजना की राशि गलत ढंग से इन खातों में भेजी गई।
राशि का आरटीजीएस से गलत भुगतान और पुनर्प्राप्ति
जानकारी के अनुसार, किसानों के खातों में 12 मार्च 2024 को कृषक उन्नति योजना की राशि जमा की गई थी, जिन खातों को पहले ही होल्ड किया गया था। बावजूद इसके, तत्कालीन शाखा प्रबंधक शिवनाथ पटेल (शाखा पिरदा) द्वारा इन खातों से आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान कर दिया गया।
जैसे ही यह जानकारी उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आई, संबंधित बैंक से त्वरित कार्रवाई करते हुए राशि को रिवर्स कर पुनः उन्हीं खातों में जमा कर दिया गया और इन खातों को दोबारा फ्रीज कर दिया गया है।
शाखा प्रबंधक निलंबित, बैंक मुख्यालय ने दी सख्त कार्रवाई
नोडल अधिकारी जी.एन. साहू ने जानकारी दी कि इस लापरवाही के चलते शाखा प्रबंधक शिवनाथ पटेल को बैंक मुख्यालय द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
प्रकरण पर आगे की कार्रवाई जारी
फर्जीवाड़े के इस मामले में पुलिस थाना बसना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और संबंधित अधिकारियों की भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। जिला प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
यह मामला स्पष्ट करता है कि सरकारी योजनाओं के लाभ में किसी भी प्रकार की धांधली को गंभीरता से लिया जाएगा और प्रशासन द्वारा कठोर कार्रवाई की जाएगी।